कृषि उत्पादन की समस्या
जैसा की हम सब जानते हैं की भारत एक कृषि प्रधान देश है और इसकी बहुत बड़ी आबादी कृषि पर निर्भर करती है| कृषि से जुड़े हुए व्यवसाय से या खुद खेती करके गावों के लोग अपनी जीविका कमाते हैं| इन किसान की मेहनत और कार्य कुशलता के कारण ही हम अपने देश में विभिन्न प्रकार की फसलों का उत्पादन करते हैं, जिससे की हम अपने देश का एवं अन्य देश के लोगों का पेट भरते हैं | किसान इस उम्मीद से खेती करता हैं की उसे खेती से पैदावार अछि मिले और साथ ही उसके दाम भी उचित हो| पर उन्हें उम्मीद के मुताबित और मेहनत के फलस्वरूप पूरा फायदा नही मिल रहा है|
इस कारण से आज के समय किसान की नज़र में भी खेती करना एक बहुत चुनौतीपूर्ण काम हो गया है| इसलिए किसान अब खेती करना छोड़ना चाहता है| उसका कहना है कि “ पहले वो खेती के लिए क़र्ज़ लेता है , फिर फसल लगाने के लिए दिन रात मेहनत करता है| इस बीच बदलते पर्यावरण के कारण कभी बारिश नही होती तो कभी बाढ़ आ जाती है और अगर इन सबके ठीक होने पर पैदावार अच्छी हो भी जाये तो भी तो किसान को उसकी अच्छी कीमत नही मिलती जिससे न तो वो क़र्ज़ काम कर पता है और न ही उसके घर का गुज़ारा होता है| इन सभी बातों को ध्यान में रखते हुए हमें सही समय पर उचित कदम उठाने होंगे जिससे कि किसान की हालत और सोच में सुधार लाया जा सके| इसके लिए जो संभव प्रयास करना चाहिए वो हमारी सरकार करेगी नही तो देश में भरी संकट आ वातावरण निर्मित हो सकता है|
इस कारण से आज के समय किसान की नज़र में भी खेती करना एक बहुत चुनौतीपूर्ण काम हो गया है| इसलिए किसान अब खेती करना छोड़ना चाहता है| उसका कहना है कि “ पहले वो खेती के लिए क़र्ज़ लेता है , फिर फसल लगाने के लिए दिन रात मेहनत करता है| इस बीच बदलते पर्यावरण के कारण कभी बारिश नही होती तो कभी बाढ़ आ जाती है और अगर इन सबके ठीक होने पर पैदावार अच्छी हो भी जाये तो भी तो किसान को उसकी अच्छी कीमत नही मिलती जिससे न तो वो क़र्ज़ काम कर पता है और न ही उसके घर का गुज़ारा होता है| इन सभी बातों को ध्यान में रखते हुए हमें सही समय पर उचित कदम उठाने होंगे जिससे कि किसान की हालत और सोच में सुधार लाया जा सके| इसके लिए जो संभव प्रयास करना चाहिए वो हमारी सरकार करेगी नही तो देश में भरी संकट आ वातावरण निर्मित हो सकता है|
0 comments:
Post a Comment